copyrights protected
हां! वो मेरी मां ही थी जो तब भी प्यार से देखती थी मुझे जब मैं गुस्सा करती थी,.. विडंबना अब मैं भी मां हूं और आज याद आता है मुझे बार बार अपनी मां पर किया हुआ गुस्सा,.. प्रीति सुराना
No comments:
Post a Comment